मनुष्य जीवन में निरोगी काया का महत्व

मनुष्य जीवन में कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो जीवन को धन्य बना देती है और उनके अभाव में जीवन नर्क जैसा बन जाता है। मनुष्य का सबसे बड़ा कीमती तोहफा स्वास्थ्य यानी सेहत होता है क्योंकि निरोगी काया ईश्वर की बहुत बड़ी नियामत होती है जो सौभाग्यशाली को ही मिलती है।रोगी जीवन नर्क जैसी कष्टदायक एवं निरोगी काया स्वर्ग जैसी सुखदायक होती है। इसी तरह मानव जीवन में संतोष सबसे बड़ा धन होता है क्योंकि कहा गया है कि-“गोधन गजधन बाजधन और रत्न धन खान, जब आवै संतोष धन सब धन धूल समान”।

मनुष्य जीवन में जल्दी संतोष नहीं मिलता है धन सम्पदा चाहे जितनी भरी हो लेकिन संतोष के अभाव में सब बेकार होती है और जब संतोष मिल जाता है तो असंतोष कोसों दूर भाग जाता है।इसी तरह जीवन में विश्वास से बड़ा कोई दूसरा रिश्ता नही होता है क्योंकि रिश्ता एवं सफल जीवन दोनों विश्वास की धुरी पर टिके होते हैं और जब विश्वास टूटता तो अरमानों को चकनाचूर कर देता है। मनुष्य जीवन में विश्वास आत्मबल को बढ़ावा देता है जिसके सहारे मनुष्य अविश्वसनीय लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है। इसी प्रकार मनुष्य जीवन में शिक्षा एक ऐसी अद्भुत निधि होती है जो सौन्दर्य और यौवन दोनों को मात दे सकती है। कहा भी गया है कि-” बिना पढ़े नर पशु कहावै जैसे तोता टोइयां”।

संसारिक शिक्षा के साथ संस्कारी शिक्षा दिमाग को परिष्कृत कर देती जिसका फल है कि मनुष्य वैज्ञानिक बनकर अब्दुल कलाम जैसा मिसाइल मैन एवं राष्ट्रपति बन जाता है। शिक्षा की दुनिया भी गजब की है कुछ लोग खाने के बाद अपने आश्रितों के लिए थाली में रोटी छोड़ देतें है तो कुछ ऐसे भी हैं जो रोटी के लिये अपनो को छोड़ देते हैं। शिक्षा ही मातृ पितृ एवं देशभक्त बनाती है तो शिक्षा ही भ्रष्ट दुष्चरित्र पशुवत आतंकी बना देती है। धन दौलत के लिये मनुष्य रात दिन भूखे प्यासे मेहनत करके अपनी सेहत खो देता है लेकिन एक समय वह भी आता है जबकि वहीं मनुष्य सेहत पाने के लिये सारा धन पानी की तरह बहाकर देता है।ऐनकेन प्रकारेण कमाया गया धन कभी कभी कभी मौत का सबब बन जाता है तथा क्षण भर में सारा खाक हो जाता है और मरने के बाद दो गज कफ़न के अलावा कुछ उसके साथ नहीं जाता है।

कुछ लोग इस तरह से मनमानी जिंदगी जीते हैं जैसे वहीं खुदा हो और कभी मरेगें ही नहीं लेकिन जब वही मर जाता है तो कुछ देर बाद लगता है कि वह कभी था ही नहीं । कहते हैं कि जीवन में अगले पल क्या होने वाला है इसे हमारा विज्ञान भी नहीं बता सकता है लेकिन क्षण भर में दुनिया बदल जाती है। जिन्दगी भले पल भर में न बदल सकती हो लेकिन एक पल में लिया गया निर्णय जिन्दगी को जरूर बदल देता है। 
भोलानाथ मिश्र
वरिष्ठ पत्रकार / समाजसेवी
रामसनेहीघाट, बाराबंकी यूपी।

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